जरादूर दृष्टि की खामी क्या है?
जरादूर दृष्टि की खामी अधिकांश लोगों को आयु बढ़ने के बाद संशोधित चश्मे के
बिना पास की चिजे स्पष्ट देखने में परेशानी होती है। इस कठिनाई को "जरादूर
दृष्टिता" कहा जाता है।
आयु बढ़ने के साथ-साथ मानव नेत्र की समंजन क्षमता घटने लगती है। ज्यादातर
लोगों का निकट बिंदु दूर हट जाता है। यह कठिनाई क्रिस्टलिय लैन्स के लचीलेपन
में कमी आने के कारण तथा पक्ष्माभी पेशियों के दूर्बल होने के कारण होता
है।
जरादूर दृष्टि की खामी के उपचार :-
शल्य हस्तक्षेप तथा संस्पर्श लेंस (Contact lens) से इसका उपचार संभव
है।
कुछ व्यक्तियों की आंखों में निकट-द्रष्टि तथा दूर-द्रष्टि दोनों दोष हो सकते
हैं। इस समस्या का समाधान करने के लिए द्विफोकसी लेंस (bio-focal lens) उपयोग
में लिए जाते हैं।
दूर-दृष्टि दोष निवारण के लिए उत्तल लेंस का उपयोग किया जाता है।
निकट-द्रष्टि दोष निवारण के लिए अवतल लेंस का उपयोग किया जाता है।
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